‘कभी मत खेलना दिल से,ये सरगम टूट जाती है..!!
बुलाना है नहीं आसां,मनाना है जिसे मुश्किल,मगर होती खफा जब है,तो सबको लूट जाती है..!!
वो सबसे चीज प्यारी है,जिसे हम 'जान' कहते हैं,वही है 'रूह'हम सबकी,जो अक्सर रूठ जाती है..!!
दिलों पर राज करती है,यही धड़कन हमारी है,कभी मत खेलना दिल से,ये सरगम टूट जाती है..!!
यही"वीरान" अस्मत है,न इसके जिस्म से खेलो,ये जब भी बददुआ देती,तो किस्मत फूट जाती है..!! J
vipin chauhan
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