Sunday 31 July 2016

DARD PYAR KA

⚾आज फिर दिल रोया है ।😌*
*उसको याद कर लगा हमने कुछ फिर से खोया 😇है।*  *खाई थी सारी कसमे क्या वो
झुठी थी💔
*या फिर मेरी किस्मत ही मुझसे रुठी थी😭 ।
 *अब बस! ,मेरे रब्बा या तो उसकी बाहो मे पनाह कर दे💓।
या फिर ईस र्ददे दिल💔 के साथ फना कर दे                                
               कापीराईट® विपिन चौहान

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